सकरा को छोड़कर अन्य 10 विधानसभा क्षेत्र की वीवीपैट की पर्ची होगी विनष्ट
बिहार विधानसभा के पिछले चुनाव में वीवीपैट से निकली पर्ची को विनष्ट करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। जिले की 11 में से 10 विधानसभा क्षेत्र की पर्ची को विनष्ट किया जाएगा। सकरा विधानसभा क्षेत्र की पर्ची को अभी सुरक्षित रखा जाएगा। इस संबंध में जिला निर्वाचन पदाधिकारी प्रणव कुमार ने आदेश जारी किया है। साथ ही इस कार्य के लिए मास्टर ट्रेनर समेत टीम का गठन किया है। 10 फरवरी तक यह प्रक्रिया पूरी करने को कहा गया है।
मालूम हो कि सकरा विधानसभा से जदयू के अशोक कुमार चौधरी करीब 1400 वोटों से चुनाव जीते थे। इसके खिलाफ कांग्रेस उम्मीदवार उमेश राम ने याचिका दायर की है। इसे देखते हुए सकरा विधानसभा क्षेत्र की ईवीएम, वीवीपैट व पर्ची को फिलहाल पुरानी स्थिति में ही रखा जाना है। अन्य 10 विधानसभा क्षेत्र की ईवीएम, वीवीपैट का भौतिक सत्यापन किया जाएगा। इसके बाद वीवीपैट की पर्ची को विनष्ट कर दिया जाएगा। क्योंकि इन विधानसभा क्षेत्रों से किसी तरह की शिकायत या याचिका दायर नहीं की गई है।
पर्ची विनष्टीकरण प्रक्रिया के लिए सात मास्टर ट्रेनरों की प्रतिनियुक्ति की गई है। इसके अलावा आठ डाटा इंट्री ऑपरेटर भी बहाल किए गए हैं। ईवीएम व वीवीपैट के भौतिक सत्यापन के लिए अवर निर्वाचन पदाधिकारी पूर्वी दिवाकर चौधरी नोडल पदाधिकारी बनाए गए हैं। इस पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराने का भी आदेश दिया गया है।
सकरा व कुढ़नी के परिणाम को लेकर रहा था विवाद
विधानसभा चुनाव में वोटों की गिनती के दौरान सकरा व कुढ़नी विधानसभा को लेकर विवाद हुआ था। कुढ़नी विधानसभा क्षेत्र से पहले भाजपा उम्मीदवार केदार प्रसाद गुप्ता को विजयी घोषित कर दिया गया था। राजद उम्मीदवार डॉ. अनिल कुमार सहनी के विरोध के बाद करीब आधा दर्जन ईवीएम के वोटों की गिनती फिर से की गई थी। इसके बाद डॉ. सहनी विजयी हुए थे। वहीं सकरा के कांग्रेस उम्मीदवार ने भी वोटों की गिनती के दौरान गड़बड़ी की शिकायत की थी।