जानें कबसे शुरू होगी नवरात्रि और किस वाहन पर सवार होकर आएंगी मां दुर्गा, क्या होगा इसका प्रभाव
अधिक मास चल रहा है जिसका हिंदू धर्म में बड़ा महत्व है। इस बार अधिक मास पितृपक्ष के तुरंत बाद शुरू हो गया जिसकी वजह से नवरात्रि एक महीने बाद शुरू होगी। इस बार नवरात्रि 17 अक्टूबर से शुरू होने जा रही है। तो मां के आगमन में करीब एक महीने का समय बचा हुआ है। हालांकि इस साल कोरोना की वजह से नवरात्रि इतने धूम-धाम से नहीं मनाई जाएगी।
हम सब जानते ही हैं कि हिंदू धर्म में नवरात्रि का कितना महत्व है और नौ दिनों तक मां के अलग-अलग रूपों की पूजा धूम-धाम से की जाती है। नवरात्रि के पहले दिन घट स्थापना के साथ ही मां की पूजा शुरु हो जाती है और पंडालों में मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर दी जाती है। पर इस बार गणेशोत्सव की ही तरह दुर्गा पूजा भी सादगी से ही होगी।
नवरात्रि में मां दुर्गा के धरती पर आगमन का विशेष महत्व होता है। देवीभागवत पुराण के अनुसार नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा का आगमन भविष्य में होने वाली घटनाओं के संकेत के रूप में भी देखा जाता है। हर वर्ष नवरात्रि में देवी दुर्गा अलग-अलग वाहनों में सवार होकर आती हैं और उसका अलग-अलग महत्व होता है।
आखिर मां के कौन-कौन से वाहन हैं
दरअसल ज्योतिषशास्त्र और देवीभाग्वत पुराण के अनुसार मां दुर्गा का आगमन आने वाले भविष्य की घटनाओं के बारे में हमें संकेत देता है और चेताता है। देवीभाग्वत पुरणा में इस बात का जिक्र है की देवी के आगमन का अलग-अलग वाहन है।
माना जाता है कि अगर नवरात्रि की शुरुआत सोमवार या रविवार को हो रही है तो इसका मतलब वो हाथी पर आएंगी। वहीं अगर शनिवार या फिर मंगलवार को कलश स्थापना हो रही है तो मां घोड़े पर सवार होकर आती है। गुरुवार या शुक्रवार को नवरात्रि का आरंभ हो रहा हो तब माता डोली पर आती हैं। बुधवार के दिन मां नाव को अपनी सवारी बनाती हैं।
इस बार घोड़े पर सवार होकर आएंगी मां दुर्गा
इस बार दुर्गा पूजा और नवरात्रि की शुरूआत शनिवार से हो रही है तो ऐसे में मां घोड़े को अपना वाहन बनाकर धरती पर आएंगी। इसके संकेत अच्छे नहीं है, घोड़े पर आने से पड़ोसी देशों से युद्ध, सत्ता में उथल-पुथल और साथ ही रोग और शोक का प्रतीक माना जाता है। बता दें कि मां भैंसे पर विदा हो रही है जिसे शुभ नहीं माना जाता है।
ऐसे करें माता रानी को खुश
मां इस पर घोड़े पर आ रही हैं औऱ इसके संकेत अच्छे नहीं है, कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। ऐसे में नवरात्रि के दौरान पूरे मन से देवी की अराधना करें, व्रत करें ताकि मां आपके सारे दुखों को दूर कर दें।