सकरा: उत्तर बिहार क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक के कर्मियों के द्वारा 22 लाख के गबन के दूसरे दिन उपभोक्ताओं में बढी हलचल
मुजफ्फरपुर :- सकरा थाना क्षेत्र के बरियारपुर ओपी अंतर्गत बरियारपुर कंध के उत्तर बिहार क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक के कर्मियों के द्वारा 22 लाख के गबन का मामला प्रकाश में आते ही ग्रामीणों में हलचल बढ़ने लगी है ।
मंगलवार के दिन स्थानीय ग्रामीण बैंक का चक्कर काटने लगे तथा अपने – अपने खातों में रकम की जानकारी लेना शुरू कर दिया है। हालांकि मंगलवार के दिन प्रबंधक रोहित राज कार्यालय में उपस्थित नहीं थे एक अधिकारी अभिनंदन कुमार प्रतिनियोजन पर आए हुए हैं उनके द्वारा ही बैंक का कार्य संचालित हो रहा है । सनद रहे कि बैंक के प्रबंधक वो उनके कर्मियों की लापरवाही का रोना आम लोग भी रोना शुरू कर दिया है । लोगों का आरोप है कि बैंक के प्रबंधकों के द्वारा उपभोक्ताओं के साथ अच्छा सलूक नहीं करते हैं उन्होंने यह भी कहा कि उपभोक्ता जब बैंक में पैसा निकासी के लिए आते हैं तो उन्हें कई कई दिनों तक चक्कर लगाना पड़ता है ।
कभी कैश का बहाना तो कभी लिंक फेल होने का बहाना किया जाता है । लेकिन बैंक प्रबंधक के कुछ चहेतों के द्वारा कार्य का निष्पादन आसानी से करा दिया जाता है । बैंक में स्थानीय लोगों का वर्चस्व रहता है बरियारपुर के रामजी शाह का कहना है कि बैंक में पैसा निकालने के लिए लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है । एक ही बैंक होने के कारण बैंक प्रबंधन के द्वारा मनमानी की जाती है । कन्हाई कुमार का कहना है कि दलालों के माध्यम से केसीसी किया जाता है जबकि बेरोजगार व जरूरतमंदों को बैंक के लोन जैसी सुविधा का लाभ नहीं मिल पाता है ।
यहां वैसे लोगों को ऋण मुहैया कराई जाती है जिन्हें उसकी जरूरत ही नहीं है । गणेश कुमार व अमन कुमार का कहना है कि पैसा लेने के लिए आए थे लेकिन कैश लेस का बहाना बनाकर लौटना पड़ता है । रामजी शाह का कहना है कि एक ही परिवार से 4 खाता है जिस पर बाहर से पैसा आता है लेकिन बैंक में जाने के बाद पैसा ना होने का बहाना बनाकर लौटा दिया जाता है । वृद्धा पेंशन ,छात्रवृत्ति तथा बाढ़ राहत का पैसा भी आने के बाद लोगों को यह कहा जाता है कि पैसा नहीं आया है जिससे लोगों में आक्रोश व्याप्त है ।बताते चलें कि क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक बरियारपुर कंध में करीब तीस हजार उपभोक्ता हैं परंतु कर्मी मात्र दो ही है। सच माने तो कैसियर के ऊपर गबन का आरोप लगने के बाद मात्र एक ही प्रबंधक सभी कार्यों को निभाते हैं ।इस परिस्थिति में कार्य का संचालन सही दिशा में नहीं हो पा रहा है । हालांकि इससे जुड़ी हुई प्रत्येक पंचायत में 7 बीसी कार्य कर रहे हैं उपभोक्ताओं का कहना है कि बैंक में नियमित रूप से अधिकारियों की मौजूदगी हो तो किसी भी तरह की कठिनाई नहीं होगी।
सकरा प्रखंड के 10 पंचायतों को सेवा देने का काम अकेले उत्तर बिहार ग्रामीण क्षेत्रीय बैंक कर रही है । जिससे आम लोगों को बैंक से लाभ नहीं मिल पा रहा है। हालांकि बरियारपुर के कन्हैया का कहना है कि हैै जब से रोहित राज प्रबंधक के पद पर पदस्थापित हुए हैं तब से बैंंक का संचालन सही ढंग से हो रहा है परंतु कर्मचारी के नहीं रहने के कारण कठिनाई हो रही हैं ।