बेकरी की दुकान से IRCTC की वेबसाइट हैक कर बनाता था टिकट, पुलिस ने डाली रेड, 22 लाख के टिकट बरामद
आरपीएफ पटना की टीम ने राजधानी में एक बड़े टिकट दलाल को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किया गया टिकट दलाल आलमगंज थाना के अग्रवाल टोला का रहने वाला है। मोहम्मद कासिफ जाकिर नाम का दलाल दर्जनों सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल से काफी मात्रा में टिकट बना कर लोगों को बेचता था। दलाल बेकरी शॉप के पीछे धंधा चलाता था। दलाल के पास से आरपीएफ़ ने 22 लाख से अधिक मूल्य के टिकट बरामद किए हैं। आरपीएफ़ ने मामले में कांड संख्या 464/20 के अंतर्गत रेल अधिनियम की धारा 143 के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोपित को गुरुवार को जेल भेज दिया जाएगा।
आरपीएफ़ की टीम अगस्त से ही इस दलाल पर नजर रख रही थी। लगातार की जा रही रेकी और जांच के बाद बुधवार की रात आरपीएफ़ की विशेष टीम ने उसे बेकरी शॉप से गिरफ्तार कर लिया। टिकट दलाल बेकरी शॉप में आगे बेकरी उत्पाद बेचा करता था जबकि पीछे में ई टिकट बनाकर टिकट का कारोबार करता था। पकड़े गए दलाल के पास से आरपीएफ ने 22 लाख 4205 रुपए मूल्य के ई टिकट बरामद किए हैं। वहीं छापेमारी में आरपीएस की टीम ने दलाल के शॉप से लैपटॉप, कंप्यूटर, डेस्कटॉप, सीपीयू, मोबाइल और टिकट के अलावा अन्य सामान बरामद किए हैं।
पटना जंक्शन के आरपीएफ पोस्ट प्रभारी वीके सिंह ने बताया कि पटना सिटी में लगातार टिकट दलाल की शिकायत मिल रही थी। शिकायत मिलने के बाद टिकट दलाल पर नजर रखने के लिए फतुहा की टीम लगाई गई थी। लेकिन फतुहा की विशेष टीम के साथ-साथ पटना की टीम इस मामले में नजर रख रही थी। आरपीएफ इंस्पेक्टर का कहना है कि दलाल को आरपीएफ़ की रेकी का पता चल गया था, इसीलिए उसने 5 सितंबर से टिकट बनाना बंद कर दिया था। इस मामले में आरपीएफ़ टीम ने पहले ही रेलवे मजिस्ट्रेट से सर्च वारंट ले लिया था ताकि किसी प्रकार की कोई परेशानी जांच और पूछताछ में नहीं हो।
आगे में बेकरी की दुकान पीछे में टिकट का सामान
आरपीएफ़ टीम ने छापेमारी में पाया कि मोहम्मद कासिफ जाकिर आगे में बेकरी शॉप चलाता था। बेकरी शॉप में वह अपने स्टाफ को बिठाया था जबकि उसके पीछे वाले हिस्से में वह खुद बैठकर टिकट का कारोबार करता था। वही उसका आवास भी उसी कैंपस में है। ऐसे में वो दिन रात टिकट के खेल में लगा रहता था। मिली जानकारी के अनुसार वह पटना के गांव देहात से लेकर लोकल स्तर पर भारी मात्रा में टिकटों की सप्लाई किया करता था। ऐसे में उसका अब नेटवर्क पकड़े जाने से आरपीएफ को और सफलता मिलने की उम्मीद है।
दर्जनों सॉफ्टवेयर से करता था खेल
आरपीएफ के इंस्पेक्टर ने बताया कि पकड़ा गया दलाल दर्जनों सॉफ्टवेयर की मदद से तत्काल और ई टिकट बनाया करता था। बुधवार को रात्रि में छापेमारी के बाद जांच में पता चला है कि वह तत्काल प्रो, रियल मैंगो, ए एन एम एस, रेड मिर्ची समेत दर्जनों सॉफ्टवेयर की मदद से टिकट का कारोबार करता था। इन सॉफ्टवेयर की मदद से वह आईआरसीटीसी की वेबसाइट को भी हैक कर लेता था। फिर आसानी से टिकट बनाकर लोगों को महंगे दामों पर बेचता था। यह भी जानकारी मिली है कि वह अलग अलग आईडी बनाने के अलावा डिलीवरी बॉय से टिकटों की सप्लाई कराता था।