बिहार: पटना में शराब माफिया गैंग और पुलिस के बीच मुठभेड़, एक की मौत, दारोगा को भी लगी गोली
पटना:बिहार में पुर्ण शराबबंदी कानून लागू रहने के बाद भी प्रदेश में शराब तस्कर सक्रिय हैं. रोजाना शराब सप्लाइ की गतिविधियां धड़ल्ले से सामने आती रही हैं. वहीं इसमें लिप्त कई अपराधी रोजाना पकड़ में आते रहे हैं. राज्य में शराबबंदी के बाद भी कई जगहों पर धड़ल्ले से देसी शराब बनाकर बिक्री की जा रही है. यही नहीं शराबी खुलेआम शराब पीकर उत्पात भी मचा रहे हैं. इसी क्रम में बिहार की राजधानी पटना के सचिवालय थाना क्षेत्र में पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान एक शराब माफिया को मार गिराया है. इस मुठभेड में दारोगा को गोली लगी है. जबकि कई पुलिसकर्मी पिटाई और पथराव में घायल हो गए हैं. घायल पुलिसकर्मियों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है.
छापेमारी के लिए गई थी पुलिस, बदमाशों ने की पहले फायरिंग
प्राप्त जानकारी के अनुसार गर्दनीबाग थाना क्षेत्र के एक नंबर रोड पर गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस शराब माफिया के यहां छापेमारी के लिए गई थी. इसी दौरान पटना पुलिस का आज (5 सितंबर) शराब तस्करों से आमना-सामना हुआ है. जो मुठभेड़ की हालत तक जा पहुंचा. शराब माफियाओं ने पुलिस पर हमला कर दिया और कुछ पुलिस कर्मियों को पीटना शुरू कर दिया. घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी, जिसमें एक शराब माफिया की मौत हो गई. घटनास्थल पर तनाव की स्थिति बनी हुई है.
दरअसल, घटना के बारे में बताया जा रहा है कि पुलिस को सूचना मिली थी कि शराब तस्कर शराब की खेप उतार रहे हैं. इसी सूचना पर कार्रवाई करने के लिए गई हुई थी. उस दौरान पुलिस शराब माफियाओं ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस ने भी जवावी कार्रवाई की. इस एनकाउंटर में पुलिस ने एक शराब माफिया को मार गिराया.
महिलाएं भी शराब माफियाओं से हुईं परेशान
उधर, खगड़िया जिले के मानसी थाना क्षेत्र के फेनगो गांव में शराब माफिया के खिलाफ पुलिसिया कार्रवाई नहीं होती देख जीविका की महिलाएं खुद आगे आ गई हैं. महिलाओं ने बताया कि गांव में आधा दर्जन से अधिक जगहों पर देसी शराब बनायी और बेची जा रही है. सुदूर इलाके में गांव रहने के कारण पुलिस यहां कार्रवाई भी नहीं करती और यहां यदा-कदा ही आती है. ऐसे में गांव की महिलाओं को शराब बनाने वालों के खिलाफ आगे आना पडा.
गांव और जीविका से जुड़ी महिलाएं जमा हुई और शराब की भट्ठी चलाने वालों के घर पहुंच गईं. महिलाओं ने एक जगह शराब बनाने वाला का सामान पकड़ा. दूसरी जगह शराब की भट्ठी तोड़ी. इसके बाद गांव में बैठक कर शराब को बंद करने के कहा गया. बैठक में साफ कहा गया कि अगर शराब का धंधा बंद नहीं किया गया तो सभी के खिलाफ थाना में भी लिखित शिकायत की जाएगी. इधर, मानसी के प्रभारी थानाध्यक्ष संतोष कुमार झा ने बताया कि पुलिस की जागरूकता के कारण अब समाज के लोग भी इस मामले में सक्रिय हो रहे हैं. अब ग्रामीणों का भी सकारात्मक सहयोग मिलने लगा है. पुलिस शीघ्र शराब के धंधेबाज के विरुद्ध कार्रवाई करेगी !
input-Lokmat