जानिए कौन फैला रहा सबसे ज्यादा कोरोना वायरस और उन्हें पता भी नहीं, WHO की रिपोर्ट
नई दिल्ली : कोरोना वायरस महामारी से जूझ रही दुनिया को फिलहाल कोई राहत मिलती नजर नहीं आ रही है। भारत में कोविड-19 से संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 27 लाख के पार पहुंच गया है, जबकि मरने वालों की संख्या 51 हजार के पार हो गई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बताया है कि कौन है जो कोरोना वायरस को सबसे ज्यादा फैला रहा है और उनमें से अधिकतर को इस बात की जानकारी भी नहीं है।
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि कोरोना वायरस के संक्रमण फैलाने में 20 से 40 साल की उम्र वालों का सबसे बड़ा हाथ है। डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि इनमें से ज्यादातर को पता ही नहीं है वो कोरोना से संक्रमित हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के वेस्टर्न पैसिफिक के क्षेत्रीय निदेशक ताकेशी कासाई ने मंगलवार को बताया कि कोरोना के फैलने का खतरा और बढ़ गया है। यह बुज़ुर्गों, बीमार लोगों और जो घनी आबादी वाले इलाको में रहते हैं उनके लिए और जोखिम है।
कोरोना से ठीक हुए मरीजों में दोबारा हो रहा संक्रमण
राजधानी दिल्ली में कुछ अस्पतालों का कहना है कि कोविड-19 से ठीक हो चुके कुछ मरीज फिर से संक्रमित होकर उनके पास आ रहे हैं। दिल्ली सरकार द्वारा संचालित राजीव गांधी सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल में इस महीने की शुरुआत में दो मरीजों के कोरोना वायरस से उबरने के करीब डेढ़ महीने बाद वे फिर से संक्रमित हो गए। फिर से संक्रमण के दोनों मामलों में रोगियों में मध्यम लक्षण थे।
द्वारका में आकाश हेल्थकेयर में भी एक मामला सामने आया जहां कैंसर का एक रोगी कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद ठीक हो गया और कुछ महीने बाद वह फिर से संक्रमित हो गया। दूसरी बार रोगी की संक्रमण से मौत हो गई। दिल्ली का एक पुलिसकर्मी पिछले महीने फिर से कोरोना वायरस से संक्रमित हो गया था, जिससे विशेषज्ञ हैरान हैं।
राष्ट्रीय राजधानी में नगर निगम द्वारा संचालित कोविड-19 के अस्पताल में काम करने वाली एक नर्स कोरोना वायरस से उबरने के बाद दोबारा संक्रमित हो गई। दिल्ली सरकार द्वारा संचालित अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ. बी. एल. शेरवाल के मुताबिक जब तक वायरस संवर्द्धन का पता नहीं चल जाता या उसके जीन की सिक्वेंसिंग नहीं कर ली जाती है तब तक यह पता करना मुश्किल है कि क्या वायरस के दूसरे स्ट्रेन ने व्यक्ति को दूसरी बार संक्रमित किया है ?