बिहार के रोहतास और सासाराम के थे शहीद हुए सीआरपीएफ के दोनों जवान, 12 घंटे पहले लवकुश ने की थी पिता से बात
जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले के करीरी इलाके में आतंकियों ने सोमवार को सीआरपीएफ और पुलिस की संयुक्त नाका पार्टी पर फायरिंग कर दी। हमले में 3 जवान शहीद हो गए। सीआरपीएफ के 2 जवान और पुलिस के एक स्पेशल अफसर को गोली लगी थी। तीनों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया।
शहीद हुए सीआरपीएफ के दोनों जवान बिहार के रहने वाले थे। 41 साल के शहीद खुर्शीद खान रोहतास जिले के बिक्रमगंज के रहने वाले थे। खुर्शीद सिपाही/ड्राइवर के पोस्ट पर तैनात थे। 30 साल के शहीद लवकुश सुदर्शन शर्मा जहानाबाद जिले के शकूराबाद थाना के अइरा गांव के रहने वाले थे।
इकलौते बेटे थे लवकुश शर्मा, रविवार रात को पिता से की थी अंतिम बात
लवकुश शर्मा माता पिता के इकलौते बेटे थे। शहादत की सूचना मिलते ही पूरे परिवार में चीत्कार मच गया। लवकुश 2014 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे। जनवरी में वह एक माह की छुट्टी बिताने के बाद ड्यूटी पर गए थे। परिवार में माता-पिता पत्नी के अलावा उनका एक सात साल का बेटा सूरज कुमार एवं तीन साल की बेटी अनन्या कुमारी है।
लवकुश की शादी 2008 में चैनपुरा गांव में हुई थी। पत्नी अनिता हाउस वाइफ है। पिता सुदर्शन शर्मा ने बताया कि रविवार की रात साढ़े दस बजे मैंने बेटे से बात की थी। ठीक लगभग बारह घंटे बाद सोमवार की सुबह तकरीबन साढ़े दस बजे कंपनी कमांडर अजीत कुमार का उनके मोबाइल पर फोन आया कि लवकुश आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में शहीद हो गए हैं।
तीन बेटियों के सिर से उठ गया पिता का साया
रोहतास जिले के बिक्रमगंज प्रखंड के घोसियां कला निवासी खुर्शीद खान 9 जून को वापस ड्यूटी पर गए थे। खुर्शीद ने 2001 में नौकरी ज्वाइन किया था। उनकी शादी 2006 में गुफरान अंसारी की बेटी नगमा खातून से हुई थी। खुर्शीद की तीन बेटियों हैं। सबसे बड़ी संतान जहीदा खुर्शीद 13 वर्ष की है और सबसे छोटी आसमा खातून 6 वर्ष की।
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