भारत में कोरोना वैक्सीन की डोज सबसे पहले किसे मिलेगी? जानें हर जानकारी…
कोरोना वायरस की वैक्सीन (Covid-19 vaccine) के ट्रायल अंतिम चरण में हैं. वैक्सीन का इंसानों पर परीक्षण चल रही है. ट्रायल में सफल रहने और टीकाकरण के लिए अनुमति मिलने पर सबसे पहले किसको इंजेक्शन लगेंगे, इसे लेकर चर्चा तेज हो गई है. हालांकि इस भी इस पर कोई फैसला नहीं हुआ है कि वैक्सीन पहले चरण में किसे दी जाएगी लेकिन केंद्र सरकार ने इस बात के संकेत दे दिए हैं कि पहले चरण में यह हेल्थ वर्कर्स को मिल सकती है. सरकार का भी मानना है कि वैक्सीन पर पहला दावा हेल्थकेयर वर्कर्स का ही सबसे अधिक है.
हेल्थ वर्कर्स के बाद किन्हें मिल सकती है वैक्सीन
पहले चरण में अगर वैक्सीन हेल्थ वर्कर्स को मिलेगी तो उसके बाद कौन? इस पर भी विचार किया जा रहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय का मानना है कि पहले चरण के बाद किसी भी तरह की कोई प्रॉयरिटी लिस्ट नहीं बनी है लेकिन अगर ऐसी कोई लिस्ट बनती है तो बुजुर्ग, अन्य बीमारियों से ग्रस्त और ऐसे लोग जिन्हें न कोई अन्य बीमारी है, न ही बुजुर्ग हैं मगर उनकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति ठीक हैं, ऐसे लोग हो सकते हैं.
WHO का भी है यही फॉर्म्युला
वैक्सीन को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी अपने विचार रखे हैं. डब्ल्यूएचओ की रीजनल डायरेक्टर डॉ पूनम खेत्रपाल सिंह के मुताबिक, एक बार कोविड-19 वैक्सीन बन जाए तो वह पूरी मानवता को मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सि्स स्वास्थ्य संगठन यह मानकर चल रहा है कि वैक्सीन की शुरुआती डोज सभी देशों में पहुंचाई जाएंगी ताकि हेल्थवर्कर्स को इम्यूनाइज किया जा सके. वैक्सीन जल्दी से और बराबरी से सबको मिल सके, इसके लिए WHO ने एक्सेस टू कोविड-19 टूल (ACT) एक्सीलरेटर लॉन्च किया है.
ICMR ने बताए डिलिवरी के मेन पॉइंट्स
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के महानिदेशक बलराम भार्गव ने वैक्सीन की डिलिवरी के चार अहम पहलू बताए हैं. इसके अनुसार पहला प्राथमिकता और निष्पक्ष वितरण, दूसरा वैक्सीन रोल-आउट के लॉजिस्टिक्स, तीसरा स्टॉकपाइलिंग और चौथा, हेल्थकेयर वर्कर्स की ट्रेनिंग.