एक शिक्षके होने के नाते आज नई शिक्षा नीति 2020 पर खुशी व्यक्त की।
भाजपा बक्सर की वरिष्ठ नेत्री एवं राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य, किसान मोर्चा पूर्व शिक्षिका उषा दुबे जी द्वारा नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में परिवर्तन पर अपना बयान दे बताई की यह बहुत जरूरी था जो आज मोदी सरकार के केंद्रीय शिक्षा मंत्री श्री रमेश पोखरियाल निशांक जी ने कर दिखाया। उन्होंने कहा 34 साल बाद इस नई शिक्षा नीति में परिवर्तन पर वह बहुत खुश हैं। यह नई शिक्षा नीति 2020 भारत की शैक्षिक प्रणाली में आमूलचूल परिवर्तन कर भारत को ज्ञानकेन्द्र के रूप में स्थापित करेगी।यह नई शिक्षा नीति द्वारा प्राथमिक स्कूल शिक्षा से उच्च शिक्षा तक सरल सहज बनाया गया है। जहां पुरानी शिक्षा नीति रटने वाली थी वही नई शिक्षा नीति ज्ञानवर्द्धक पाठ्यक्रम पर जोर दिया गया।छठी कक्षा के बाद से वोकेशनल एजुकेशन की शुरुआत हो जाएगी जो बहुत ही अच्छा है। एमफील की कोर्स को हटाना यह भी सही निर्णय है। इंजीनियर के बच्चे 1 वर्ष या 4 वर्ष सभी को डिग्री उनके एडुकेशन और वर्ष के हिसाब से दी जाएगी यह छात्रों के भविष्य के साथ बहुत अच्छा निर्णय है। शिक्षकों के लिए डिजिटल लायब्रेरी भी अच्छा निर्णय है।
कानून और चिकित्सा कॉलेजों को छोड़कर सभी उच्च शिक्षण संस्थान एक ही नियम होंगे।
स्टूडेंट्स अब ग्रेजुएशन‚पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद सीधे पीएचडी करेंगे। अमेरिका की नेशनल साइंस फाउंडेशन की तर्ज पर भारत में नेशनल रिसर्च फाउंडेशन लाया जाएगा।यह भी निर्णय बहुत सराहनीय है।
शिक्षा पर कुल जीडीपी का अभी करीब 4.43 फीसदी खर्च हो रहा है‚ लेकिन उसे 6 फीसद करने का लक्ष्य है।