China App Ban: भारत की चीन पर दूसरी डिजिटल स्ट्राइक, 47 और ऐप किये बैन
पिछले महीने चीन के 59 ऐप बैन करने के बाद भारत सरकार ने चीन से जुड़ी कंपनियों पर फिर एक बार बड़ी कार्रवाई की है. भारत सरकार ने चीन के 47 और ऐप बैन (47 more Chinese mobile apps ban in India) कर दिये हैं.
आपको बता दें कि इससे पहले चीन के 59 ऐप बैन किये जा चुके हैं. अब बैन किये गए ऐप्स में ज्यादातर क्लोनिंग वाले ऐप्स शामिल हैं. इसका मतलब यह हुआ कि पहले से बैन ऐप के जैसे ऐप बनाकर बाजार में उतार दिये गए थे. इन ऐप्स पर यूजर्स का डेटा चोरी करने का आरोप है.
दरअसल, भारत चीन सीमा पर लद्दाख में दोनों देशों के सैनिकों के बीच हुई झड़प के बीच केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने बीते दिनों चीन को एक और बड़ा झटका दिया था. केंद्र सरकार ने टिकटॉक, यूसी ब्राउजर समेत 59 चीनी ऐप्स को देश में बैन कर दिया था.
केंद्र सरकार ने इसे देश की संप्रभुता, एकता और रक्षा के लिए खतरा बताया था. सरकार ने अलग-अलग तरीके के 59 मोबाइल ऐप को देश की संप्रभुता, अखंडता और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए पूर्वाग्रह रखने वाला बताते हुए उन पर प्रतिबंध लगा दिया, जिसमें चीन के ऐप टिकटॉक, शेयरइट और वीचैट जैसे ऐप भी शामिल हैं.
PUBG सहित कई और ऐप्स भी रडार पर
भारत सरकार TikTok, CamScanner, SHAREit, UC Browser सहित 59 ऐप पहले ही बैन कर चुकी है. अब सरकार की नजर PUBG सहित 275 चीनी ऐप्स पर है. हालांकि, गृह मंत्रालय ने अब तक इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है. टाइम्स में छपी एक खबर के मुताबिक, चीन के ऐप्स का लगातार रिव्यू जारी है और यह भी पता लगाने की कोशिश हो रही है कि उन्हें फंडिंग कहां से हो रही है. जानकारी के अनुसार, कुछ ऐप्स से राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा पाया गया है, तो कुछ ऐप डेटा शेयरिंग और निजता के नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं.
डेटा माइनिंग का खतरा
आज के दौर में मोबाइल ऐप और वेबसाइट से डेटा माइनिंग और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एक बड़ा व्यापार का रूप ले चुका है. इसके तहत एकत्र की गयी निजी जानकारियों को बेचा जाता है. ऑनलाइन सामान के ऑर्डर, जैसे खाना मंगाने, दवा या रोजमर्रा के सामान मंगाने के दौरान ही आपके द्वारा दर्ज की जानकारी की प्रोफाइलिंग की जाती है. सूचनाओं के इस बाजार में निजी जानकारियों की बिक्री रोक पाना मुश्किल होता जा रहा है. यह समस्या भारत ही नहीं है, बल्कि अन्य देशों में भी है. कई देशों ने विदेशी ऐप को प्रतिबंधित करने का फैसला लिया है. कुछ दिनों पहले ऑस्ट्रेलिया ने चीनी ऐप वी-चैट पर रोक लगा दी थी!