अयोध्या: राम मंदिर निर्माण में अब देर नहीं, 18 जुलाई को घोषित हो सकती है भूमि पूजन की तारीख
अयोध्या: अयोध्या में राम मंदिर निर्माण में अब देरी ना हो इसके लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट 18 जुलाई को एक बड़ी बैठक करने जा रहा है. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से राम मंदिर भूमि पूजन के लिए समय मांगा है. ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास ने इस संबंध में एक पत्र भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पहले ही भेज रखा है. यह संभावना व्यक्त की जा रही है कि 3 अगस्त या 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या आ सकते हैं और राम मंदिर निर्माण के कार्य को गति देने के लिए भूमि पूजन कर सकते हैं.
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के उत्तराधिकारी महंत कमलनयन दास का कहना है कि भूमि पूजन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से समय मांगा गया है. पूरी उम्मीद है कि प्रधानमंत्री समय निकालेंग. उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण शुरू हो सके इसके लिए भूमि पूजन करना आवश्यक है. महंत कमलनयन दास ने कहा, ”संतो की इच्छा है कि एक बार देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में रामलला के दर्शन करें और भूमि पूजन मंदिर निर्माण के लिए करें.”
रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अयोध्या आना बहुत जरूरी है, क्योंकि उनके कार्यकाल में ही राम मंदिर का विवाद समाप्त हुआ और सुप्रीम कोर्ट का निर्णय राम मंदिर के पक्ष में आया. उन्होंने कहा, ”अयोध्या के जनमानस की यह इच्छा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या आकर राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन करें जिसके बाद राम मंदिर का निर्माण शुरू हो सके.” आपको बता दें कि कोरोना के चलते अयोध्या में भूमि पूजन कार्य कई बार टाला जा चुका है.
रसिक पीठाधीश्वर महंत जनमेजय शरण का कहना है कि भगवान के कार्य के लिए किसी तिथि का होना आवश्यक नहीं होता है. भगवान के कार्य के लिए सारी तिथि शुभ मानी जाती है. ऐसे में यदि 3 अगस्त और 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या आकर राम जन्मभूमि परिसर में राम लला के दर्शन करते हैं और भूमि पूजन करते हैं तो यह बहुत अच्छा होगा. भूमि पूजन के साथ ही राम मंदिर का निर्माण शुरू हो जाएगा.