मुजफ्फरपुर में 58 नये केस में 21 डॉक्टर व उनके परिचित
कोरोना सैंपलों की शुक्रवार को आयी रिपोर्ट में 58 नए पॉजिटिव सामने आए हैं। चिंता की बात यह है कि इनमें दो दर्जन से अधिक संक्रमित शहर के नामचीन डॉक्टर और उनके परिजन हैं। उनमें कई अस्पताल संचालक भी शामिल हैं। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद तत्काल क्वारंटाइन कर उनका इलाज शुरू कर दिया गया है। स्थिति गंभीर होते देख शनिवार को डीएम ने विशेष बैठक बुलाई है जिसमें जूरनछपरा को कंटेनमेंट जोन बनाने पर विचार किया जाएगा।
उत्तर बिहार के अधिकांश जिलों में कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। मुजफ्फरपुर की स्थिति कुछ अधिक ही गंभीर होती दिख रही है। बुधवार को 54, गुरुवार को 32 केस सामने आए थे जबकि शुक्रवार को उससे अधिक 58 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। शुक्रवार को एसकेएमसीएच की लैब में 516 सैंपल की जांच हुई। इनमें 121 की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है। मुजफ्फरपुर के अलावा बेतिया में 21 और सहरसा में 52 संक्रमित पाये गए हैं। नए मामले की पुष्टि एसकेएमसीएच के प्राचार्य डा.विकास कुमार ने की है।
डॉक्टरों में संक्रमण बढ़ने से बढ़ी बेचैनी
पिछले तीन दिनों में जिले में 144 नए मामने सामने आए हैं। संक्रमितों में डॉक्टरों और उनके परिजनों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। डॉक्टरों के संक्रमित होने के कारण कई क्लीनिक और अस्पताल सील किए जा रहे हैं। अन्य डॉक्टरों के साथ ही उनके संपर्क में रहने वाले कर्मियों और उनसे इलाज कराने वाले मरीजों में भी दहशत का माहौल है। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग पॉजिटिव डॉक्टरों के संपर्क में आने वाले लोगों को चिन्हित कर रहे हैं। साथ ही उनसे स्वयं जांच कराने की भी अपील की है।
कंटेनमेंट जोन बनाने पर मंथन आज
संक्रमित मिल रहे अधिकांश डॉक्टरों के क्लीनिक और आवास जूरनछपरा इलाके में है। इसलिए प्रशासन उस इलाके को कंटेनमेंट जोन घोषित कर सील करने पर विचार कर रहा है। शनिवार को इस पर फैसला लिया जाएगा। शुक्रवार को सभी अस्पतालों को सैनेटाइज करने की नोटिस जारी की गई।
Input-Hindustan