जिले में 24 सौ सैंपल की रिपोर्ट नहीं आने से बढ़ी बेचैनी
एसकेएमसीएच में 24 सौ सैंपलों की रिपोर्ट नहीं आने से बेचैनी बढ़ने लगी है। जिले में कोरोना जांच की रफ्तार इस कदर धीमी है कि सैंपल की रिपोर्ट आने से पहले ही क्वारंटाइन की आधी से अधिक अवधि बीत जा रही है। दो जुलाई तक की रिपोर्ट पर गौर करें तो स्थिति साफ हो जाएगी।
स्वास्थ विभाग की रिपोर्ट बताती है कि 2367 सैंपलों की रिपोर्ट आनी अभी बाकी है। इससे पता नहीं चल रहा है कि ये सैंपल पॉजिटिव हैं या निगेटिव। दो जुलाई तक एसकेएमसीएच में कुल 8209 सैंपल भेजे गए थे। इनमें से 5842 की ही रपोर्ट सामने आयी है। इनमें 390 पॉजिटिव हैं। इनमें 26 वैसे मरीज हैं, जिनका दोबारा सैंपल लिया गया था और वे दोबारा पॉजिटिव मिले हैं।
सैंपल एकत्रित करने की भी रफ्तार धीमी
कोरोना जांच के लिए सैंपल लेने की भी रफ्तार सुस्त है। रिपोर्ट के अनुसार, 27 जून को किसी का सैंपल लिया ही नहीं गया। 28 जून को 430 लक्ष्य के सापेक्ष मात्र 384 सैंपल कलेक्ट किए गए। 29 व 30 जून को सैंपल कलेक्ट करने की गति थोड़ी बढ़ायी गई, लेकिन एक जुलाई को 480 के लक्ष्य के सापेक्ष मात्र 351 सैंपल कलेक्ट किए गए।
ट्रू नेट मशीन लगी पर विशेषज्ञ नदारद
दूसरी तरफ कोरोना जांच की रफ्तार व संख्या बढ़ाने के दावे किए गए। इस दावे के तहत एसकेएमसीएच में ट्रू नेट मशीन स्थापित कर दी गई। लेकिन दिक्कत यह है कि ट्रू नेट मशीन चलाने के विशेषज्ञ ही एसकेएमसीएच के पास नहीं हैं। एसकेएमसीएच अधीक्षक ने सिविल सर्जन से विशेषज्ञों की व्यवस्था का आग्रह किया है। यदि यह व्यवस्था हो जाएगी तो जिले में सैंपल कलेक्शन व उसकी रिपोर्ट आने की दर दोगुनी हो जाएगी। विशेषज्ञ मिलने तक फिलहाल स्थिति यही बनी रहेगी।
Input-Hindustan