बघनगरी में टूटी हजारों वर्षों की परंपरा, कोरोना की वजह से निरस्त होगा चतुदर्शी के लगने वाला रोट मेला
मुज़फ़्फ़रपुर/ सकरा
प्रखंड के जगदीशपुर बघनगरी पंचायत के सरैया गाँव स्थित बाबा संतपुरी शिव मंदिर में हर साल आषाढ़ मास के चतुदर्शी के एक दिवसीय लगने वाली पूजनोत्सव सह रोट मेला इस बार नही लगेगी ।
आपको बता दे कि दुनिया मे कोरोना वायरस जैसी संक्रमण काफी तेजी से बढ़ता जा रहा है. वही अगर मुज़फ़्फ़रपुर की बात की जाए तो यंहा कोरोंना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं . ऐसे में इस साल कोरोंना महामारी के संक्रमण होने के कारण सरैया गांव के बाबा संतपुरी परिसर में हजारों वर्षों से लगते आ रहे मेले कि परंपरा इस बार टूट गई हैं .
हजारों वर्षो से चली आ रही एक प्राचीन परम्परा इस साल टूट गई है.
चतुदर्शी में लगने वाली रोट मेला को देखने के लिए राज्य के कोने-कोने से श्रद्धालु आते हैं. लाखो की संख्या में श्रद्धालु बाबा संतपुरी के जिंदा समाधी पर रोट प्रसाद चढ़ाकर मन्नतें मांगते हैं.
बात दे कि हर साल सरैया गाँव मे मेले आषाढ़ मास के चतुदर्शी को मेले का आयोजन किया जाता हैं
मंदिर के पुजारी उमेश गिरी ने बताया कि कालरूपी महामारी को देखते हुए रोट मेले में झुले, खिलौने की दुकाने आदि पर प्रतिबंध लगाया गया है.
श्रद्धालुओं इस बार सामाजिक दूरी के नियमों का पालन कर भगवान के समाधि स्थल पर रोट प्रसाद ही चढ़ा सकते हैं ।।
हर खबर के लिए आप हमारे NNB LIVE BIHAR के फेसबुक पेज को लाइक व फॉलो जरुर करे ।
अपनी आस-पास में दिखे कोई भी समस्या तो व्हाट्सएप्प करे 📞 7903987326,7352542131
✍️ विकाश मिश्रा NNB LIVE BIHAR (संपादक)