सकरा के भरथीपुर पंचायत के मुखिया को मिलेगा पंडित दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार
पूर्व में भी मिल चुका है पैगम्बरपुर पंचायत को (2013) में यह पुरस्कार
सकरा मे दूसरा पंचायत वितिय वर्ष 19-20 मे भरथीपुर के लिए हुआ है चयन
मुजफ्फरपुर जिले के सकरा प्रखंड के भरथीपुर पंचायत के मुखिया इंद्रभूषण सिंह अशोक को मिलेगा दीन दयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार ।सकरा प्रखंड में दूसरा पंचायत होगा जिसे यह पुरस्कार प्राप्त होगा । वर्ष 2019 – 2020 के लिए उक्त पंचायत के नाम का चयन हुआ है ।पंचायत को उचाई पर ले जाने के लिए श्रेय पंचायत के मुखिया इन्दुभूषण सिंह अशोक को दिया जाता है ।
आपको बता दे कि पूर्व मे पैगम्बरपुर पंचायत को इस पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है ।
उस समय भी पंचायत के मुखि़या इन्दुभूषण सिंह अशोक ही थे ।बताते चले कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय पुरस्कार के लिए देश स्तर पर पंचायत का चयन किया जाता है।
इसके लिए सर्व प्रथम ऑनलाइन आवेदन किया जाता है। प्रखंड स्तर की कमिटी के चयन के बाद ज़िला पदाधिकारी की अध्यक्षता में ज़िला के विभिन्न पंचायतों से आय हुए आवेदन एवं काम का सत्यापन कर राज्य को अनुशंसा की जाती है। ज़िला से एक ग्राम पंचायत सर्वश्रेष्ठ काम करने वाले का चयन होता है। राज्य स्तर पर पंचायती राज़ विभाग के प्रधान सचिव के अध्यक्षता में शिक्षा विभाग, समाज कल्याण विभाग, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव के कमिटी में विभिन्न जिलों से आए हुए आवेदनों में से चार आवेदन का चयन कर अनुशंसा के साथ केंद्र सरकार को भेजती है ।
राज्य स्तर से सभी आवेदको के किए कार्य एवं कागजातों की जांच के लिए राज्य स्तरीय कमिटी गठित कर पंचायत में जांच करायी जाती है। चयन के उपरांत पंचायत को राष्ट्रीय पंचायती राज़ दिवस 24 अप्रैल को माननीय प्रधानमंत्री के द्वारा पुरस्कार दिया जाता है। पुरस्कार के लिए 100 अंक का प्रश्नावली होता है जिसे ऑनलाइन के आधार पर भरा जाता है। जिसमे प्राथमिकता पर ग्राम सभा के निर्णय को उसी वर्ष लागू करने पर जोड़ दिया जाता है। साथ ही महिला, एससी कि ग्राम सभा में सहभागिता पर भी जोड़ दिया जाता है। पंचायत के द्वारा किए गए विशेष कार्य का भी महत्व दिया जाता है।

जानिए भरथीपुर पंचायत में कराए गए महत्वपूर्ण कार्य
➡️- प्रत्येक वर्ष बच्चो को शिक्षा में बढ़ावा के लिए अत्यधिक उपस्थिति पुरस्कार दिया जाता है।
➡️ पेय जल के लिए आरओ (RO)
➡️ बच्चो के खेल के लिए जिम लगाया गया।
➡️ वर्षा जल को निकालने के लिए विद्यालय में शोख्ता निर्माण, साथ ही 250 घर में शोख्ता निर्माण।