कोरोना वारियर’ के अंतिम संस्कार के लिए घरवालों के पास नहीं थे पैसे, बीवी को बेचना पड़ा मंगलसूत्र
हुबली : कोविड-19 के खिलाफ आगे रहकर संघर्ष कर रहे योद्धाओं ( कोरोना वारियर्स) की सरकारें प्रशंसा कर रही हैं, लेकिन उनके मरने के बाद उन्हें किसी तरह की राहत या पीड़ित परिवारों को सहायता नहीं मिल रही है।
कोविड-19 की ड्यूटी के दौरान मरने वाले एक एंबुलेंस ड्राइवर के अंतिम संस्कार के लिए पैसे नहीं होने से उसकी पत्नी द्वारा अपना मंगलसूत्र बेचकर पति का क्रियाकर्म कराने का एक हृदय विदारक मामला कर्नाटक में सामने आया है। गदग जिले के कोन्नूर निवासी अंबुलेंस ड्राइवर उमेश हदगली पिछले दो महीने से कोविड-19 की ड्यूटी पर बिना छुट्टियों के काम कर रहा था और इसी क्रम में हाल ही में उसकी दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई।
पति के अंतिम संस्कार के लिए रुपए नहीं होने से उसकी पत्नी ज्योति को अपना मंगलसूत्र गिरवी रखने की नौबत आ गई। कोविड-19 की ड्यूटी के दौरान पति की मौत होने के बावजूद परिवार को किसी तरह की सरकारी सहायता नहीं मिलने से नाराज उमेश की पत्नी ने अपनी दयनीय स्थिति को अवगत कराते हुए एक वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया।
इस वीडियो को देखकर कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुररप्पा ने तुरंत ज्योति से फोन पर बात की और उन्हें तुरंत बीमा राशि के साथ मुआवजा पहुंचाने का भरोसा दिया। इस पर ज्योति ने उसे सरकारी नौकरी देने के साथ ही बच्चों की पढ़ाई के लिए जरूरी सहायता प्रदान करने की सीएम से अपील की।