PM Kisan Scheme: गांव लौट रहे मजदूरों को भी मिल सकता है पीएम किसान योजना का 6 हजार रुपए, जानें कैसे
नई दिल्ली. देश के करीब 10 करोड़ किसानों के लिए बड़ा सहारा बनी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि स्कीम (Pradhan Mantri Kisan Samman Nidhi scheme) का लाभ प्रवासी मजदूरों (Migrants Workers) को भी मिल सकता है. बशर्ते वे इसकी शर्तें पूरी कर रहे हों. इसमें खासतौर पर रेवेन्यू रिकॉर्ड में नाम और बालिग होना जरूरी है. अगर किसी का नाम खेती के कागजात में है तो उसके आधार पर वो अलग से लाभ ले सकता है. भले ही वो संयुक्त परिवार का हिस्सा ही क्यों न हो.
प्रवासियों को मिल सकता है योजना का पैसा: –
केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि ‘शर्तें पूरी करने वाला मजदूर रजिस्ट्रेशन करवाए, सरकार पैसा देने का तैयार है. मजदूर के नाम पर कहीं खेत होना चाहिए. अब रजिस्ट्रेशन के लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं, खुद ही स्कीम की वेबसाइट पर जाकर इसके फार्मर कॉर्नर के जरिए आवेदन किया जा सकता है.
पीएम किसान में परिवार की परिभाषा: –
किसानों (Farmers) को डायरेक्ट मदद देने वाली पहली स्कीम में परिवार का मतलब है पति-पत्नी और 18 साल से कम उम्र के बच्चे. उसके अलावा अगर किसी का नाम खेती के कागजात में है तो उसके आधार पर वो अलग से लाभ ले सकता है.
पीएम किसान योजना की शर्तें : –
∆ प्रवासी मजदूर के नाम खेत होना चाहिए.
∆ रेवेन्यू रिकॉर्ड में प्रवासी मजदूर का नाम और बालिग होना जरूरी है.
∆ बैंक खाता और आधार नंबर होना जरूरी है.
∆ बैंक खाते को आधार से लिंक कराना भी ज़रूरी है.
आपको बता दें कि :-
मोदी सरकार सालाना 14.5 करोड़ लोगों को पैसा देना चाहती है. लेकिन रजिस्ट्रेशन अभी 10 करोड़ का भी नहीं हुआ है. इसके कुल लाभार्थी सिर्फ 9.65 करोड़ हैं. जबकि स्कीम शुरू हुए 17 माह बीत चुके हैं. ऐसे में अगर शहर से गांव आने वाले लोग इसके तहत रजिस्ट्रेशन करवाते हैं तो उन्हें लाभ मिल सकता है.
ज्यादातर प्रवासी खेती का काम करेंगे :-
किसान संगठन अखिल भारतीय स्वामीनाथन संघर्ष समिति के बिहार प्रदेश प्रभारी रौशन कुमार का कहना है कि शहरों से गांव गए ज्यादातर लोग अब कृषि कार्य में जुटेंगे या फिर वे मनरेगा के तहत कहीं काम करेंगे. ऐसे में जिसके पास खेत है वो पहले अपना रजिस्ट्रेशन किसान सम्मान निधि के लिए करवा ले. इसके तहत हर साल 6000 रुपये मिल रहे हैं. हम और कृषि वैज्ञानिक लगातार इसे बढ़ाने का दबाव बना रहे हैं.