सरकार ने फिक्स किया हवाई जहाज का किराया, 3500 से लेकर 10 हजार तक होगा किराया
नई दिल्ली : नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप पुरी ने गुरुवार को कहा कि एक मेट्रो से दूसरी मेट्रो सिटी के लिए एक तिहाई उड़ानों को इजाजत दी गई है। उन्होंने बताया कि दिल्ली से मुंबई का न्यूनतम किराया 3,500 से लेकर 10 हजार रुपये तक होगा। इसी तरह, दिल्ली-मुंबई की ही तरह 25 मई से शुरू हो रही सभी सेक्टर की उड़ानों के किराए की सीमा तय कर दी गई है। पुरी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी।
नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप पुरी ने कहा कि विदेश में फंसे भारतीय लोगों के लिए वंदे भारत मिशन की शुरुआत की गई। अब तक 20 हजार लोगों को स्वदेश लाया गया। कुछ देश लोगों को वापस नहीं आने दे रहे हैं। 5 मई को वंदे भारत मिशन की शुरुआत की गई गई थी। वंदे भारत मिशन के तहत हमने हजारों भारतीयों को विदेश से देश में लाए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोनावायरस के खतरे के मद्देनजर सामाजिक दूरी सहित तमाम तरह की सावधानियां बरतती जाएंगी। पुरी ने बताया कि यह निर्धारित किराया तीन महीने के लिए ही लागू होगा। यानी तीन महीने बाद इसे वापस ले लिया जाएगा।
सात सेक्शन में बाटे गए रूट्स
किराए को लेकर हरदीप पुरी ने कहा, रूट्स को 7 सेक्शन में बांटा गया है, उसी के आधार पर किराया लिया जाएगा। दिल्ली से मुंबई का किराया यात्रा के लिए न्यूनतम 3,500 और अधिकतम 10 हजार रुपए होगा, जो 90 मिनट से 120 मिनट की कैटिगरी में आती है। रूट्स को 7 सेक्शंस में बांटा गया है।
1: 40 मिनट से ज्यादा कम समय लेने वाले रूट्स
2 : 40 मिनट से ज्यादा और 60 मिनट तक वाले रुट्स
3 : 60-90 मिनट का समय लेने वाले रूट्स
4 : 90 से 120 मिनट तक वाले रूट्स
5 : घंटे से 2.30 घंटे वाले रूट्स
6 : ढाई से तीन घंटे वाले रूट्स
7 : 3 घंटे से साढ़े तीन घंटे वाले रूट्स
मंत्री बोले- रिजनेबल रखा गया है किराया
केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने बताया कि विमान यात्रा सबके लिए हो इसके लिए किराया भी रिजनेबल रख गया है। उड़ानों के लिए हमने वास्तविक किराया फिक्स किया है। ताकि किसी को मुश्किल का सामना नहीं करना पड़े। सरकार की तरफ से अगस्त तक टिकट के कुछ दाम तय कर दिए गए हैं, उदाहरण के तौर पर दिल्ली से मुंबई फ्लाइट के लिए कम से कम 3500 रुपये-अधिकतम 10 हजार रुपये तय किया गया है। इसके अलावा, एयरलाइंस से यह भी कहा गया है कि वह 40 फीसदी टिकटों की बिक्री मंत्रालय द्वारा तय किए गए औसत किराए से कम में ही करेंगी।
क्या खाली रखी जाएंगी मिडिल सीट?
उड़ान के दौरान प्लेन में मिडिल सीट खाली नहीं रखी जाएगी। हर उड़ान के बाद फ्लाइट की डिसइन्फेक्ट किया जाता है। यात्रियों और क्रू के लिए हर सावधानी बरती जाती है। अगर मिडिल सीट खाली छोड़ दें तो इसका भार यात्रियों पर जाएगा।