अब बिना परेशानी पहुंच सकेंगे घर, एक जून से रोजाना दौड़ेंगी 200 ट्रेनें
नई दिल्ली : रेलवे ने लोगों खासतौर पर देश के छोटे कस्बों और शहरों में रहने वालों को बड़ी राहत देते हुए रोजाना 200 विशेष रेलगाड़ियां चलाने का फैसला किया है। यह घोषणा रेलवे ने मंगलवार को की। इन रेलगाड़ियों में गैर वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी के डिब्बे होंगे और ये रोजाना चलेंगी।
कामगारों के लिये 200 श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने का रेलवे ने कल वादा किया था, उससे आगे बढकर यात्रियों की सेवा में हमने रिकार्ड 204 ट्रेन चलाई हैं।
भारतीय रेल द्वारा कामगारों को उनके गृह राज्य भेजने के लिये अभी तक 1,773 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया गया है। https://t.co/3ddyY8Pp6j
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) May 20, 2020
ये रेलगाड़ियां मौजूदा समय में प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह प्रदेश पहुंचाने के लिए चलाई जा रही श्रमिक विशेष रेलगाड़ियों एवं राजधानी ट्रेन के रूट पर दिल्ली से 15 शहरों के लिए चलाई जा रही विशेष रेलगाड़ियों के अलावा होंगी। इन रेलगाड़ियों में सफर करने के लिए सभी श्रेणी के यात्रियों को ऑनलाइन टिकटों की बुकिंग कराने की अनुमति होगी।
रेलमंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट किया, ‘‘भारतीय रेलवे एक जून से समयसारिणी के अनुरूप रोजाना 200 गैर वातानुकूलित रेलगाड़ियों का परिचालन करेगा, जिनमें सफर करने के लिए टिकटों की ऑनलाइन बुकिंग जल्द शुरू होगी।” रेलवे को अभी यह तय करना है कि ये रेलगाड़ियां किस रूट पर चलायी जाएंगी, लेकिन अधिकारियों ने बताया कि यह छोटे कस्बों और शहरों के लिए हो सकती हैं।
इससे पहले रेलवे ने 30 जून तक के लिए सभी नियमित यात्री रेलगाड़ियों को रद्द कर दिया था। रेलवे ने कहा कि इन 200 रेलगाड़ियों को चलाने से उन प्रवासियों को भी मदद मिलेगी जो किसी कारण श्रमिक विशेष रेलगाड़ियों की सुविधा नहीं ले पा रहे हैं।
रेलवे ने कहा, ‘‘इस बात की कोशिश की जाएगी कि वे (प्रवासी) जहां पर हैं वहीं पर नजदीक के रेलवे स्टेशन से रेलगाड़ी में सवार हो सकें। रेलवे ने राज्य सरकारों से भी उन प्रवासी कामगारों की पहचान करने और उनकी स्थिति का पता लगाने को कहा है जो पैदल ही अपने गृह प्रदेशों के लिए निकल पड़े हैं ताकि नजदीकी जिला मुख्यालय में उनका पंजीकरण कराकर नजदीकी रेलवे स्टेशन से रेलगाड़ियों के जरिये उन्हें आगे के सफर पर भेजा जा सके।
राज्यों से इन यात्रियों की सूची भी रेलवे प्रशासन को मुहैया कराने को कहा गया है ताकि श्रमिक विशेष रेलगाड़ियों से उन्हें आगे की यात्रा पर भेजा जा सके।