कोरोना को हरा मुस्कुराते हुए घर लौटा 2 महीने का मासूम, मां बोली- मिल गया बर्थडे गिफ्ट
इंदौर (मध्य प्रदेश) रेड जोन’ में शामिल इंदौर जिले में महज दो महीने के बच्चे ने कोविड-19 के खिलाफ जीत की नजीर पेश की है। अस्पताल में इलाज के साथ ही अपनी अच्छी प्रतिरोधक क्षमता के बूते यह नौनिहाल इस महामारी के संक्रमण से मुक्त हो गया है।
शहर के चोइथराम अस्पताल की वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ रश्मि शाद ने शुक्रवार को बताया, “कोविड-19 से संक्रमित पाये जाने के बाद दो महीने का बच्चा एक मई को हमारे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उस वक्त उसे सांस लेने में थोड़ी परेशानी और बुखार था।” उन्होंने बताया, “बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी है। इस कारण दवाओं का उस पर जल्दी असर हुआ। इलाज के बाद लगातार दो जांचों में वह कोविड-19 के संक्रमण से मुक्त पाया गया। इसके बाद उसे अस्पताल से बुधवार को छुट्टी दे दी गयी।”
मास्क पहनकर मां ने पिलाया दूध
शाद ने बताया कि चूंकि बच्चा बहुत छोटा है और उसे मां की देखभाल की जरूरत है। इसलिये उसकी मां मास्क पहनकर और संक्रमण से बचाव के अन्य उपाय करते हुए अस्पताल में भी बच्चे को दूध पिला रही थी। उन्होंने बताया कि जांच में बच्चे के माता-पिता कोविड-19 से संक्रमित नहीं पाये गये हैं।
कोरोना को हराकर घर लौटा मासूम
बच्चे को उसके एक नजदीकी रिश्तेदार से इस महामारी का संक्रमण हुआ था। शाद ने बताया, “अबोध बच्चे को तो पता ही नहीं था कि उसे क्या हुआ है? लेकिन बच्चे के माता-पिता उसके स्वास्थ्य को लेकर जाहिर तौर पर चिंतित हो रहे थे। हम काउंसलिंग के जरिये उसके माता-पिता को लगातार समझा रहे थे कि वह जल्द ठीक हो जायेगा।” उत्साहित शिशु रोग विशेषज्ञ ने कहा, “..और देखिये, ऐसा ही हुआ। बच्चा कोविड-19 को हराकर घर लौट चुका है।”
इंदौर, देश में कोरोना वायरस के प्रकोप से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में शामिल है। आधिकारिक जानकारी के मुताबिक जिले में कोविड-19 के मरीजों की संख्या बढ़ते-बढ़ते 1,727 पर पहुंच गयी है। इनमें से 86 लोगों की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है, जबकि 663 मरीजों को इलाज के बाद संक्रमण मुक्त होने पर अस्पतालों से छुट्टी दी जा चुकी है।