समस्तीपुर में मंडरा रहा कोरोना का खतरा, वैशाली के कोरोना संक्रमित के संपर्क में आए थे तीन दर्जन लोग
समस्तीपुर:- वैशाली के कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में पटोरी अनुमंडल के विभिन्न प्रखंडों के लगभग तीन दर्जन लोग आए थे। इनमें से 31 की पहचान कर पटोरी के आइसोलेशन सेंटर में शुक्रवार को क्वारंनटाइन कर दिया गया। सूचना पर समस्तीपुर से चिकित्सा दल भी पहुंचा। जांच के लिए ब्लड सैंपल लेकर टेस्ट के लिए भेज दिया गया। इनके अतिरिक्त संपर्क में आए अन्य लोगों की भी तलाश की जा रही।
पटोरी के एसडीओ मो. शफीक ने बताया कि वैशाली के युवक ने तबीयत खराब होने पर मोहनपुर प्रखंड के पत्थरघाट स्थित एक चिकित्सक के यहां भी इलाज कराया था। उन्हें भी आइसोलेशन में रखकर जांच के लिए सैंपल लिया गया है।
जानकारी के अनुसार, पटोरी और मोहनपुर प्रखंड से क्रमशः 12 और 19 व्यक्तियों को चिह्नित किया गया है। युवक की रिश्तेदारी पटोरी अनुमंडल में है। उसकी तीन बहनों की शादी इसी क्षेत्र में हुई है। जब वह इलाज के लिए यहां पहुंचाा था, तब उनकी मुलाकात हुई थी। उन्हें भी परिवार समेत क्वारंनटाइन किया गया है।
आइसोलेट किए गए लोगों में नहीं प्रारंभिक लक्षण
पटोरी अनुमंडलीय अस्पताल के चिकित्सा प्रभारी डॉ. अमिताभ रंजन ने बताया कि कि फिलहाल आइसोलेशन सेंटर में रखे गए लोगों में संक्रमण के कोई प्रारंभिक लक्षण नहीं हैं। फिर भी उनपर विशेष निगरानी रखी जा रही। वैसे जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कोई निर्णय लिया जा सकेगा। पटोरी तथा मोहनपुर के प्रखंड विकास पदाधिकारी और संबंधित पंचायत प्रतिनिधियों को निर्देश दिया गया है कि अपने स्तर से इसकी छानबीन करें और संपर्क में आए लोगों को शीघ्र खोज निकालें, ताकि उन्हें भी आइसोलेट किया जा सके।
वैशाली के सीमावर्ती क्षेत्रों के लोगों में पसरा सन्नाटा
पटोरी अनुमंडल का अधिकांश हिस्सा वैशाली जिले की सीमा को छूता है। जंदाहा, महनार प्रखंड का भी काफी बड़ा हिस्सा पटोरी के सीमावर्ती क्षेत्र के समीप है। इसके समीप पटोरी का धमौन, तारा धमौन, सिरदिलपुर सुपौल आदि पंचायत अवस्थित है। घटना के बाद एक ओर जहां सन्नाटा पसरा है, वहीं प्रशासन की बेचैनी बढ़ गई है।