सकरा मे 13 घरो मे लगी आग, फायर की तीन गाडियों से काफी मशक्कत के बाद ने आग पर पाया काबू ,,अग्नि पीडितो को राहत का इन्तजार
बिहार डेस्क : मुज़फ़्फ़रपुर जिले के सकरा थाना क्षेत्र के एक गाँव में आग लगने के बाद आसपास के लोगो की बेचैनी अचानक ही बढ़ गई. बेचैन ग्रामीणों ने मामले की जानकारी इलाके की पुलिस को दी . इसी बीच फैलते आग की लपटे देख बेचैन ग्रामीणों ने जान – जोखिम में डालकर आग बुझाने की कोशिश शुरू कर दिया . वही ग्रामीणों से प्राप्त जानकारी के बाद इलाके के थानेदार खुद निकल पड़े तथा फायर स्टेशन के अधिकारियो सहित जिला मुख्यालय को आग लगने की जानकारी भेजी .
इधर जानकारी मिलते ही फायर स्टेशन से फायर बिग्रेड की तीन वाहनों को मुजफ्फरपुर जिले के मुरौल अंचल अंतर्गत सकरा थाना इलाके के हसनपुर गाँव में आग बुझाने के वास्ते रवाना किया गया .वहां पर सकरा थाना की पुलिस पहले से ही मौजूद थी और स्थानीय लोग आग पर काबू पाने की कोशिश में जुटे थे .तभी फायर बिग्रेड की गाडी पहुंची और काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका है . सूत्रों के हवाले मिली जानकारी के मुताबिक अगलगी की इस घटना में करीब तेरह लोगो के घर जलने की खबर है जबकि एक मवेशी बुरी तरह से जलने से घायल हो गई।
सुचना के बाद मुरौल अंचल मुख्यालय से अंचल पदाधिकारी इलाके के अंचल निरीक्षक राजेन्द्र प्रसाद चौरसिया के साथ हसनपुर गाँव पहुंचे तथा स्थिति का जायजा लेकर वापस अंचल मुख्यालय लौट गए . अंचलाधिकारी ने अंचल निरीक्षक को निर्देश दिया है कि अगलगी में नुकसान हुए सम्पत्ति का मुल्यांकन कर रिपोर्ट समर्पित करे .वही अगलगी की इस घटना में नुकसान का मूल्याकन करने पहुंचे सीआई राजेन्द्र प्रसाद चौरसिया ने बातचीत के क्रम में करीब पांच लाख रूपये मूल्य के सम्पत्ति का नुकसान होने की बाते कही है .अग्नि पीडितो के बीच फिलहाल अंचल प्रशासन के तरफ से तिरपाल उपलब्ध कराया गया है .अगलगी की इस घटना में बन्नू पासवान ,राजेश्वर राम,दिनेश राम ,मोहित राम सहित अन्य नौ लोगो के घर जलने की खबर है
अग्नि पीडितो को राहत की है दरकार
अग्निकांड के पीड़ा से पीड़ित लोगो के सामने भोजन और वस्त्र की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है . छोटे -छोटे वैसे बच्चे जिन्हें इस विपदा का अहसास तक नही है उन्हें दूध नसीब होना मुश्किल है .अग्नि ने घर सहित सारे सामान को अपने आकोश में इस कदर समाकर तांडव मचाया की सब कुछ जलकर खाक हो गया . गहने भी जल गए और पैसा भी जल गया साथ ही साथ जल गई खाने -पिने की सामान और वस्त्र भी .लेकिन तबाही के इस मंजर में अधिकारी द्वारा तिरपाल की व्यवस्था की गई तो भूख से निपटने की दिशा में कार्रवाई चल रही है .ऐसे में समाज के प्रबुद्धजनो की भी यह नैतिक जिम्मेदार बनती है कि इस अग्निकांड से पीड़ित लोगो की मदद करे .
📝 विकाश मिश्रा