धान के खेतों में फटी दरार, सूख रहे धान के पौधों को देख किसान चिंतित
सकरा,मुज़फ्फरपुर: वर्षा नहीं होने के कारण सकरा प्रखंड के विभिन्न क्षेत्र के धान के खेतों में दरारें फट गयी हैं. धान की फसल सूखने के कगार पर पहुंच गयी है. जिससे किसान परेशान हैं. बारिश नहीं होने से किसानों को चिंता सता रही है. कुछ लोगों ने धान की रोपनी तो कर दी, लेकिन अब फसल पर संकट खड़ा हो गया है. पुनर्वसु नक्षत्र होने के बावजूद धान के खेतों में पड़ी दरारें, मुरझाए पौधे व उड़ते धूल देख किसानों का कलेजा फट रहा है.
धान की फसल में पानी देना उनके वश में नहीं
महंगाई की दौर में पंपसेट के सहारे धान की रोपनी व खाद का इंतजाम करने में किसानों की जेब इस कदर ढीली हो गई है कि अब धान की फसल में पानी देना उनके वश में नहीं रह गया है. सूख रही धान की फसल को बचाये रखने के लिए कोई उपाय भी नजर नहीं आ रहा है. बघनगरी के राजेश्वर पंडित, हरिशंकर मिश्रा, राजीव कुमार, रामस्वरूप शाह, मनोज कुमार, संतोष कुमार आदि किसानों ने बताया कि अब तक धान की फसल पर प्रति बीघा 10 हजार रुपये खर्च हो चुके हैं. अब और खर्च करने की क्षमता नहीं रही. वर्षा नहीं हुई तो लाभ की बात तो दूर, पूंजी भी डूब जाएगी. किसान अन्न के लिए तरस जायेंगे।