ग्राम पंचायतों व जनप्रतिनिधियों के द्वारा लगातार कैंप के माध्यम से इ-श्रम कार्ड वितरण कराया जा रहे हैं।
अपर श्रमायुक्त ने बताया कि असंगठित क्षेत्र के 156 प्रकार के कार्य करने वाले मजदूरों का डाटा बेस बनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि डाटा बेस तैयार कराने के लिए पंजीयन का काम दिसंबर तक विशेष अभियान चलाकर चलाया जाएगा। इस योजना के लिए कृषि श्रमिकों, लघु एवं सीमांत कृषकों, आगनबाड़ी, आशा, रोजगार सेवकों, एवं अन्य मानदेय पर आधारित कर्मचारियों, नाई, धोबी, मोची, लोहार, बढ़ई आदि व्यवसायों से जुडे लोगों, ठेला रिक्शा चालकों, कुली, पल्लेदार, ड्राइवर, फेरीवाले, रेहड़ी पटरी वाले, ठेला चाट वाले, छोटे दुकानदारों, जन सेवा केंद्रों और साइबर कैफे आदि कारोबार चलाने वाले पात्र होंगे। पात्र व्यक्ति स्वयं अथवा जनसेवा केंद्र में नि:शुल्क पंजीयन कराकर ई-श्रम कार्ड बनवा सकते हैं। ई-श्रमकार्ड धारक व्यक्तियों को प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना तथा केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित अन्य योजनाओं का भी हितलाभ प्रदान किया जाएगा।
तो वही इस दौर में प्रतिनिधियों में भी उत्साह है कई जगह पर तो प्रतिनिधि मुफ्त में कार्ड बनाकर वितरण करवा रहे हैं।
ग्राम पंचायतों में ग्राम प्रधानों,जनप्रतिनिधियों तथा जनसेवा केंद्रों द्वारा समुचित समन्वय स्थापित करके लगातार कैंप का आयोजन किया जा रहा है। जनसेवा केंद्रों के माध्यम से कैंप का आयोजन करके ई-श्रम पोर्टल पर पंजीयन कर कार्ड वितरण किया जा रहा हैं।