लॉकडाउन से परेशान मजदूरों के लिए ‘Hero’ बने पप्पू यादव, ऐसे की मदद
पटना : बिहार के चर्चित और बाहुबली नेता राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव आज बिहार के कोसी अंचल के एक लोकप्रिय नेता हैं। अपनी इस लोकप्रियता की वजह से ही वह बिहार के अलग-अलग इलाकों से पांच बार सांसद रह चुके हैं। पप्पू यादव जनता की जरूरतों के लिए अपने घर के खुले दरवाजे के लिए भी जाने जाते हैं। इस बीच पप्पू यादव का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में वे लॉकडाउन की वजह से अपने घरों को लौट रहे लोगों को आर्थिक मदद करते हुए नजर आ रहे हैं।
पप्पू ने बांटे पांच -पांच सौ के नोट
लोगों को बाटे पांच पांच सौ के नोट वायरल हो रहे वीडियो में पप्पू यादव सड़क किनारे अपनी कार में बैठे हुए दिखाई दे रहे है। इस दौरान वे बाहरी राज्यों से लौट रहे लोगों को पांच- पांच सौ की नोट थमाते हुए नजर आ रहे है। यही नहीं पप्पू लोगों को अपना परिचय भी बताते हुए सुनाई दे रहे हैं।
हाल ही में पप्पू के खिलाफ दर्ज किया गया केस
बता दें कि हाल ही में पप्पू यादव विवादों में आ गए थे। दरअसल राजधानी पटना के प्रेमचंद गोलंबर के पास टेंट लगाकर वे मास्क बांट रहे थे। इसी को देखते हुए मंगलवार को कदमकुआं पुलिस ने उनके खिलाफ पप्पू यादव और उनके 50 सहयोगियों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
विवादों से भी रहा नाता
राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव 1990 में निर्दलीय विधायक बनकर बिहार विधानसभा में पहुंचे। बाद का उनका सियासी सफर आपराधिक मामलों के कारण विवादों से भरा रहा। विधायक बनने वाले पप्पू यादव ने बहुत कम वक्त में कोसी क्षेत्र के कई जिलों में अपना प्रभाव बढ़ा लिया। उन्होंने मधेपुरा, पूर्णिया, सहरसा, सुपौल और कटिहार जिलों में काफी प्रभाव बनाया है। सबसे पहले साल 1990 में उन्हें राजनीतिक सफलता मिली, जब वह सिंहेश्वरस्थान से बिहार के निर्दलीय एमएलए चुने गए। इसके बाद 1991 में ही वह पूर्णिया से सांसद चुन लिए गए।