क्राइम ब्रांच के थाने में पक रहा है खाना और पुलिस कर रही है होम डिलिवरी
मध्य प्रदेश पुलिस जनसेवा के अपने वादे पर मुस्तैदी से डटी हुई है. कोरोना वायरस के संक्रमण (Coronavirus) के बीच अपनी जान की परवाह किए बिना पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी कर रहे हैं. साथ ही ये जवान समाज के प्रति एक बड़ी ज़िम्मेदारी भी निभा रहे हैं. मध्य प्रदेश पुलिस उन ज़रूरतमंदों को खाना पहुंचा रही है, जिनके पास एक दाना तक नहीं है. भोपाल में तो एक पुलिस थाने को ही रसोई बना दिया गया है.
एक तरफ मैदानी ड्यूटी की जिम्मेदारी और दूसरी तरफ उन जरूरतमंदों की मदद, जिनके पास खाने के लिए अनाज का एक दाना भी नहीं है. राजधानी भोपाल की पुलिस ने ऐसी मिसाल पेश की है. जरूरतमंदों तक खाना पहुंचाने के लिए क्राइम ब्रांच थाना रसोई घर में तब्दील कर दिया गया है. यहां जन सहयोग से हर रोज खाने के पैकेट तैयार कर गरीबों, मजदूरी और जरुरतमंदों तक पहुंचाए जा रहे हैं.
ड्यूटी के साथ खाना पहुंचाने की जिम्मेदारी
भोपाल क्राइम ब्रांच थाना में बने इस रसोई में रोज पांच सौ लोगों का खाना बनाया जा रहा है. फिर पैकेट तैयार कर उन्हें ज़रूरतमंदों तक पहुंचाने का काम और कोई नहीं, बल्कि क्राइम ब्रांच के अधिकारी और कर्मचारी ही कर रहे हैं. जहां अधिकारियों और कर्मचारियों को लगता है कि इस इलाके में जरूरत है, वहां पर तत्काल कर्मचारी अपने वाहनों से दौड़ लगा देते हैं.जन सहयोग से रसोई 24 घंटे काम कर रही है. क्राइम ब्रांच एएसपी निश्चल झारिया इस रसोई की मॉनिटरिंग भी कर रहे हैं. सबसे बड़ी बात है कि यह सभी अधिकारी और कर्मचारी अपनी ड्यूटी के साथ ये जन सेवा कर रहे हैं.
पुलिस कमजोर वर्ग के साथ
निश्चल झारिया ने बताया कि लॉ एंड ऑर्डर की व्यवस्था में 24 घंटे पुलिस तैनात है. इस दौरान आम जनता को कोई दिक्कत, परेशानी न हो, इसका भी ध्यान रखा जा रहा है. कमजोर वर्ग के साथ पुलिस खड़ी है. जिन लोगों के पास राशन नहीं है, उन तक राशन पहुंचाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि क्राइम ब्रांच में भी रसोई शुरू की गई. इस रसोई में जन सहयोग से रोजाना 500 पैकेट बनाए जा रहे हैं. इन पैकेट को जरुरतमंदों तक हमारे जवान पहुंचाते हैं.